अल्मोड़ा, भैंसियाछाना ब्लाक में बिजली की परेशानी दिन पर दिन बढ़ते जा रही है, रोज का ये ड्रामा अब बर्दाश्त से बाहर है। *डूंगरी* गांव के ट्रांसफार्मर में हर शाम एक लम्बी लकड़ी लिए कुछ नव युवक बिजली ठीक करने में लगे रहते हैं खतरे की लकीर माथे पर खींच कर हर रोज जो जोखिम उठाते हैं उसका जिम्मेदार कौन है। छोटे बच्चे, विद्यार्थियों, नवयुवकों के साथ साथ हर किसी के जीवन पर जो बुरा प्रभाव पड़ रहा है क्या उसके बारे में एक बार विचार करके ठीक नहीं किया जा सकता?